चकिया/चंदौली: भीषमपुर बंजारी देवी पहाड़ी के नीचे स्थित बाबा शहीदे मिल्लत हजरत इदरीश शाह रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस पवित्र अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दूर-दराज से आए जायरीनों ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। आयोजक मोहम्मद इमरान सैयद ने बताया कि यह उर्स कई वर्षों से निरंतर आयोजित किया जा रहा है, जो क्षेत्र में आस्था और एकता का प्रतीक बन चुका है।
शाहे नजर कमेटी के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम की रौनक कव्वाली के आयोजन ने और बढ़ा दी, जिसमें प्रसिद्ध कव्वाल नईम चांद और अलाउद्दीन ने अपने मधुर और रूहानी कलामों से उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। उनकी कव्वालियों ने समा बांधकर माहौल को और अधिक आध्यात्मिक बना दिया।
इसके साथ ही, उर्स के दौरान परंपरागत रूप से लंगर का भी आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों जायरीनों और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया। लंगर में सभी धर्मों और समुदायों के लोग एक साथ बैठकर भोजन ग्रहण करते नजर आए, जो सामाजिक सद्भाव और भाईचारे का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है।
कार्यक्रम में मोहम्मद फिरोज सलमानी, मोहम्मद साहिद सलमानी, सैयद शेखू मिया, सैयद अल्तमश मिया, मोहम्मद इमरान सैयद सहित कमेटी के अन्य पदाधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह उर्स न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि क्षेत्र में सामुदायिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि को भी बढ़ावा देता है।






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