मधुप श्रीवास्तव (संवाददाता)
जान हथेली पर रखकर कार्यालय में कर्मचारी करते हैं कार्य
चकिया / चंदौली । छः वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण एवं शैक्षणिक सेवाएं प्रदान करने की बाल विकास योजना है। आंगनबाड़ी भवनों, सीडीपीओ कार्यालयों एवं गोदामों के लिए भवन तैयार किया गया है । जो विकास खंड चकिया के सोनहुल गांव सभा में बना बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन जर्जर हो चुका है । जहां आज इस जर्जर भवन में कर्मचारी जान हथेली पर रखकर कार्य कर रहे हैं । इस सम्बन्ध में उपस्थित कर्मचारी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन कई वर्षो से जर्जर पड़ा हुआ है । जिसे आज तक मरम्मत नहीं किया गया । इस सम्बन्ध में शासन और विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है ।मरम्मत न होने से भवन बद बत्तर होता जा रहा है कभी भी एक बड़ी दुर्घटना हो सकती है । जिसका जिम्मेदार कौन होगा विभाग या ?
जान हथेली पर रखकर कार्यालय में कर्मचारी करते हैं कार्य
चकिया / चंदौली । छः वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण एवं शैक्षणिक सेवाएं प्रदान करने की बाल विकास योजना है। आंगनबाड़ी भवनों, सीडीपीओ कार्यालयों एवं गोदामों के लिए भवन तैयार किया गया है । जो विकास खंड चकिया के सोनहुल गांव सभा में बना बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन जर्जर हो चुका है । जहां आज इस जर्जर भवन में कर्मचारी जान हथेली पर रखकर कार्य कर रहे हैं । इस सम्बन्ध में उपस्थित कर्मचारी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन कई वर्षो से जर्जर पड़ा हुआ है । जिसे आज तक मरम्मत नहीं किया गया । इस सम्बन्ध में शासन और विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है ।मरम्मत न होने से भवन बद बत्तर होता जा रहा है कभी भी एक बड़ी दुर्घटना हो सकती है । जिसका जिम्मेदार कौन होगा विभाग या ?





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