Ticker

6/recent/ticker-posts

वर्तमान सरकार से विश्वकर्मा समाज का मोहभंग- अशोक विश्वकर्मा

लोकपति सिंह (संवाददाता)

संगोष्ठी में सरकार की नीतियों  पर जताई नाराजगी

 इलिया। क्षेत्र के रामशाला विश्वकर्मा मंदिर पर रविवार को ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में विश्वकर्मा समाज का पारिवारिक मिलन संगोष्ठी संपन्न हुआ। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा मोदी सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों का निगमीकरण एवं निजीकरण न करने तथा  बेरोजगार नौजवानों को प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने का किया। जिसे पूरा नौकर से उन्होंने देशवासियों के साथ वायदाखिलाफी और धोखा किया है। उन्होंने कहा एक ओर जहां नोटबंदी और जीएसटी के चलते पहले ही लघु मध्यम और सूक्ष्म कुटीर उद्योग धंधे पूरी तरह से बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। वहीं दूसरी ओर सामरिक दृष्टि से अति संवेदनशील आयुध कारखानों सहित  सार्वजनिक उपक्रमों का निगमीकरण एवं निजीकरण के कारण होने वाली छंटनी, बेरोजगारी तथा आर्थिक मंदी एवं महंगाई से देशभर में हाहाकार मचा है। 
    उन्होंने कहा योगीराज में लगातार बढ़ते हुए अपराध हत्या लूट और बलात्कार की घटनाओं से पूरा प्रदेश कराह रहा है। आम आदमी अत्याचार, उत्पीड़न, जुल्म, अन्याय और भेदभाव का शिकार है। अधिकारी और पुलिस निरंकुश व बेलगाम हैं। फरियादियों का उत्पीड़न  हो रहा है। मुख्यमंत्री का शिकायती ई पोर्टल एवं 100 नंबर की पुलिस भी निष्प्रभावी है। उन्होंने कहां सरकार बुनियादी सवालों से जनमानस का ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद एवं धार्मिक मुद्दों को राजनैतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने वंचित शोषित अति पिछड़े  समाज को सावधान करते हुए कहा धारा 370 के बाद पिछड़ा आरक्षण को सरकार समाप्त करना चाहती है। जिसके फल स्वरुप भागीदारी से वंचित अति पिछड़े समाज के सैकड़ों जातियों के सामाजिक अस्तित्व के सामने चुनौतीपूर्ण खतरा है । उन्होंने आह्वान किया की पिछड़े समाज को अपने संवैधानिक हक और अधिकार के लिए संगठित होकर संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए।  उन्होंने कहा मोदी सरकार  चंद पूंजीपति घरानों को  आर्थिक लाभ पहुंचाने की मंशा से देश कोआर्थिक गुलामी और सामाजिक असमानता की ओर धकेल रही है। जिससे कामगार शिल्पकार और अति पिछड़े विश्वकर्मा समाज का इस सरकार से मोहभंग हो गया है। सेवानिवृत्त कैप्टन विजय बहादुर विश्वकर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा के पूजा अवकाश को निरस्त कर सरकार विश्वकर्मा समाज के साथ भेदभाव और अन्याय कर रही है। 17 सितंबर पूजा अवकाश के लिए समाज हर स्तर पर संघर्ष करने को तैयार हैं। सहारनपुर  के पत्रकार आशीष और आशुतोष विश्वकर्मा की शराब माफिया द्वारा किए गए जघन्य हत्या पर  गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए मर्माहत करने वाली इस दर्दनाक घटना को सरकार और प्रशासन की नाकामी बताया गया। सरकार से पत्रकार की पत्नी को नौकरी एवं  पचास-पचास लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की गई। दिवंगत पत्रकार बंधुओं की आत्मशांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की गई। एवं भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम के अंत में विश्वकर्मा मंदिर परिसर में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष श्रीकांत विश्वकर्मा ने तथा संचालन राजेश कुमार विश्वकर्मा ने किया। गोष्ठी में डॉ राम किशोर शर्मा बेहद विशिष्ट अतिथि डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा जिला अध्यक्ष मिर्जापुर, नंदलाल विश्वकर्मा जिला अध्यक्ष वाराणसी, सुभाष विश्वकर्मा, दीनदयाल, लोचन विश्वकर्मा, रामकिशुन, सुरेश, कालिका विश्वकर्मा, श्याम बिहारी, रोशन, अमित, संजय बागी, विजय विश्वकर्मा राहुल, श्रीमती अनीता विश्वकर्मा, मीना विश्वकर्मा, रेखा विश्वकर्मा, मालती विश्वकर्मा, आरती, पूनम आदि लोग उपस्थित रहे।

Post a Comment

0 Comments